इटावा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हीट वेव की पूर्व तैयारी एवं संभावित बाढ़ स्थित से निपटने की तैयारी के संबंध में नवीन सभागार कलेक्ट्रेट में बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने हीट वेव को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी सीएससी ,पीएससी पर एक कमरा चिन्हित कर दवा की व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित की जाए एवं एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था स्थान चिन्हित कर खड़ी की जाए जिसकी सूची उपलब्ध करा दी जाए।
उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी चौराहों पर वाटर कूलर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र को लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जगह-जगह प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं वाटर कूलर ठीक कराए जाएं तथा 7 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट अवश्य उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि खासकर जिला अस्पताल, रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड आदि भीड़ भाड़ वाली जगहों पर पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा संभावित बाढ़ में अगर किसानों की कोई जनहानि होती है तो उसका मुआवजा 48 घंटे के अंदर दिया जाए। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि स्कूलों में ठंडा पानी आदि की व्यवस्था की जाए जिससे बच्चों को किसी प्रकार की समस्या ना हो एवं बाढ़ आपदा प्रबंधन द्वारा जगह-जगह पंपलेट, बैनर एवं कैंप अवश्य लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि चौक चौराहों पर एवं जहां पर अत्यधिक भीड़ होती है ऐसी जगहों पर शेड की व्यवस्था की जाए जिससे व्यक्ति हीट वेव से बच सके। उन्होंने कहा की छुट्टी के समय सभी स्कूलों के बाहर छांव की व्यवस्था रखी जाए जिससे बच्चों को हीट वेव से राहत मिल सके। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आज से ही सभी गौशालाओं का निरीक्षण किया जाए जिससे हीट वेव से पशुओं को समस्या ना हो एवं 15 से 20 दिन के अंदर सभी उप जिलाधिकारी द्वारा सीएससी , पीएससी का निरीक्षण किया जाए जिससे मरीजों को हीट वेव के अंतर्गत कोई समस्या न होने पाए। उन्होंने एक्शयन जल निगम को निर्देशित किया कि जल निगम द्वारा वॉटर टेस्टिंग अवश्य की जाए एवं जल निगम ग्रामीण द्वारा वॉटर टेस्टिंग की जाए।
उक्त के उपरांत महोदय द्वारा स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में समस्त संबंधित अधिकारियों को बाढ़ से निपटने हेतु विस्तार पूर्वक चर्चा की । उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकी समय से बना ली जाए जिससे बाढ़ के समय कोई समस्या उत्पन्न ना हो साथ ही साथ उन्होंने यह भी निर्देश दिए की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो की सूची समय रहते बना ली जाए जिससे गांव बाढ़ से डूबता है तो उस समय कोई अनावश्यक समस्या ना हो। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लेखपालों की ड्यूटी समय से लगा दी जाए। उन्होंने कहा कि लगभग 49 से 50 गांव बाढ़ प्रभावित है उन गांव में विद्युत की व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकी वह बाढ़ राहत केंद्र पर सभी व्यवस्था अभी से सुनिश्चित की जाए एवं नाव, नाविका व गोताखोर की सूची बना ली जाए एवं कितने गांव बाढ़ में आते हैं उतने किसानों का फसल बीमा अवश्यक कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिला एवं अत्यधिक वृद्धि व बीमार व्यक्ति ऐसे लोगों की सूची पहले से बना ली जाए जिससे बाढ़ के समय उन्हें कोई समस्या ना हो साथ ही साथ उन्होंने समस्त उप जिला अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का पहले से भ्रमण किया जाए जिससे बाढ़ के समय कोई भी किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न ना हो।
बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव ,समस्त उप जिलाधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी ,जिला पंचायत राज अधिकारी समस्त संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी ,आपदा प्रबंधन सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा