अपर आयुक्त पूनम निगम ने तहसील का किया निरीक्षण
तहसील दिवस में फरियादियों की सुनी समस्याएं और दिए निर्देश
जसवंतनगर। तहसील परिसर में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कानपुर मंडल की अपर आयुक्त श्रीमती पूनम निगम ने तहसील का निरीक्षण कर विभिन्न समस्याओं को सुना और उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। तहसील समाधान दिवस में कुल 9 फरियादियों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं, जिनमें से 2 समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
फोटो कैप्शन:-तहसील समाधान दिवस के दौरान फरियादियों की समस्याएं सुनतीं अपर आयुक्त पूनम निगम एवं तहसील कार्यालय का निरीक्षण करतीं अपर आयुक्त।
समाधान दिवस के दौरान कांशीराम कॉलोनी के निवासियों ने जल भराव की समस्या को प्रमुखता से उठाया और तत्काल समाधान की मांग की। गांव जनकपुर निवासी सर्वेश यादव ने फूंके हुए बिजली ट्रांसफार्मर को बदलवाने की मांग की, वहीं गांव बुतहर के सतीश कुमार ने आरोप लगाया कि विपक्षी पक्ष ने उनके खेत में लगी पक्की खूंटी को उखाड़ दिया है। इसी प्रकार गांव राजमऊ निवासी राजकुमार ने ग्राम प्रधान व सचिव पर शौचालय निर्माण के लिए मिली धनराशि के गबन का आरोप लगाया। गांव ईश्वरपुरा के ग्रामीणों ने चक रोड पर हुए अवैध कब्जे को हटवाने की मांग की।
अपर आयुक्त पूनम निगम ने सभी फरियादियों की बात गंभीरता से सुनी और संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जो भी आख्या रिपोर्ट जाती है, उसमें विलंब न किया जाए और समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए। इस अवसर पर तहसीलदार दिलीप कुमार, क्षेत्राधिकारी आयुषी सिंह, नायब तहसीलदार नेहा सचान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बॉक्स:-तहसील समाधान दिवस के बाद अपर आयुक्त पूनम निगम ने तहसील परिसर के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। उन्होंने एसडीएम कोर्ट, तहसीलदार कोर्ट, नायब तहसीलदार कोर्ट और आरके दफ्तर सहित छह न्यायालयों का निरीक्षण कर कार्यप्रणाली की समीक्षा की। उन्होंने कोर्ट में प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की प्रक्रिया को देखा और निर्देश दिया कि किसी भी आवेदन को लंबित न रखा जाए, बल्कि उसी कार्य दिवस में कार्रवाई की जाए।
अभिलेखागार का निरीक्षण करते हुए उन्होंने अभिलेखों के रखरखाव और कार्यालय की साफ-सफाई पर संतोष जताया, पर कुछ बिंदुओं पर सुधार के निर्देश भी दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रिकॉर्ड की समुचित देखरेख और समय पर रिपोर्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे जनसामान्य को त्वरित न्याय और सुविधा मिल सके।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा