इटावा का राजकीय जिला पुस्तकालय – प्रतियोगी छात्रों के लिए बना ज्ञान का आधुनिक केंद्र
इटावा का राजकीय जिला पुस्तकालय, न केवल उत्तर प्रदेश का पहला ई-पुस्तकालय बनने की दिशा में अग्रसर है, बल्कि यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए भी एक सशक्त और आधुनिक संसाधन केंद्र बन चुका है।
पुस्तकालय के अध्यक्ष दीपक सक्सेना ने जानकारी दी कि वर्तमान में पुस्तकालय में 1,200 सक्रिय सदस्य पंजीकृत हैं, और प्रतिदिन लगभग 100 सदस्य नियमित रूप से अध्ययन हेतु यहां समय बिताते हैं। यह दर्शाता है कि यह संस्थान न केवल पुस्तक प्रेमियों का केंद्र है, बल्कि जिले के छात्रों, प्रतियोगी परीक्षार्थियों और शोधार्थियों के लिए भी एक सशक्त शैक्षिक आधार बना हुआ है।
पुस्तकालय में पिछले दो वर्षों से कार्यरत लैब असिस्टेंट, रिंकी श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि:
“हमारी लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सभी प्रमुख किताबें उपलब्ध हैं। छात्र उन्हें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में इश्यू कर सकते हैं। पुस्तकालय में प्रवेश के लिए मात्र ₹100 की मासिक फीस और ₹1000 की सिक्योरिटी फीस ली जाती है।”पुस्तकालय के अध्यक्ष दीपक सक्सेना के नेतृत्व में इसे लगातार तकनीकी रूप से उन्नत और सुव्यवस्थित बनाया जा रहा है।
प्रतियोगी परीक्षाओं (UPSC, SSC, Banking, NEET, आदि) की सभी प्रमुख पुस्तकें ऑनलाइन व ऑफलाइन इश्यू सुविधा प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा मार्गदर्शन वातानुकूलित अध्ययन कक्षडिजिटल सुविधाएं (वाई-फाई, प्रोजेक्टर, ई-लर्निंग)यह पुस्तकालय अब न केवल इटावा, बल्कि आस-पास के जिलों के छात्रों के लिए भी एक शैक्षिक प्रेरणा केंद्र बन चुका है।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा