इटावा जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था फेल, आए दिन हो रही वाहन चोरी
इटावा जिला अस्पताल में जहां एक ओर मरीजों का इलाज होना चाहिए, वहीं दूसरी ओर आए दिन तीमारदारों के वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल परिसर में कई गार्डों की तैनाती के बावजूद इन घटनाओं पर कोई रोक नहीं लग पा रही।
गार्ड्स का व्यवहार भी बना परेशानी का सबब
अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्डों पर केवल अपनी ड्यूटी में लापरवाही का ही नहीं, बल्कि राहगीरों और डॉक्टरों से अभद्र व्यवहार करने के भी आरोप लग रहे हैं। स्थानीय लोगों और तीमारदारों का कहना है कि कई बार गार्डों द्वारा बदतमीज़ी की गई है, और उनकी शिकायत करने पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
“गार्ड ले रहे मुफ्त की तनख्वाह” — तीमारदारों का आरोप
अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले तीमारदारों का आरोप है कि गार्ड केवल तनख्वाह ले रहे हैं, लेकिन सुरक्षा की कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं। आए दिन होने वाली वाहन चोरी की घटनाओं पर अस्पताल प्रशासन भी हाथ खड़े करता नजर आता है।
प्रशासन बेबस, आमजन परेशान
जब अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगा गया, तो उनका कहना था कि चोरी की घटनाओं की जिम्मेदारी तय करना मुश्किल है क्योंकि पार्किंग व्यवस्था स्पष्ट नहीं है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराना तीमारदारों की जिम्मेदारी मानी जाती है।
जनता की मांग: सख्त निगरानी और जवाबदेही
स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, CCTV कैमरे लगे होने के बावजूद चोरी, गार्डों की जवाबदेही तय की जाए। साथ ही, तीमारदारों के वाहन सुरक्षित रखने के लिए सुनियोजित पार्किंग व्यवस्था और नियमित निगरानी की भी मांग की जा रही है।
रिपोर्ट चंचल दुबे ,इटावा