इटावा। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय सलाहकार समिति बैठक के दौरान वार्षिक ऋण योजना 2025-26 का शुभारंभ किया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी, इटावा द्वारा की गई। इस अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक जे. एस. कालरा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अरुण कुमार, अग्रणी जिला प्रबंधक एम. एम. ठेले, बैंक जिला समन्वयक एवं अन्य सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।बैठक का आयोजन 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के जिला समन्वयक समिति की समीक्षा बैठक के रूप में किया गया, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए विभिन्न बैंकों को आवंटित ऋण लक्ष्यों की उपलब्धि का आकलन किया गया। एलडीएम इटावा द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक ऋण योजना की उपलब्धि 80.12% रही, जबकि इटावा जिले का क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात 31.12.2024 की स्थिति में 48.92% दर्ज किया गया।मुख्य विकास अधिकारी, ने जिले के बैंकों को सीडी रेशियो में सुधार कर इसे अगले तिमाही तक 60% के स्तर तक पहुँचाने के निर्देश दिए। इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु अधिकतम क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रमों के आयोजन एवं 50% से कम सीडी रेशियो वाले बैंकों द्वारा स्पष्ट मासिक कार्ययोजना विकसित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्यमंत्री युवा योजना के अंतर्गत बैंकिंग प्रदर्शन की समीक्षा भी की गई। माननीय सीडीओ, इटावा ने लंबित स्वीकृति एवं लंबित वितरण मामलों को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। स्व-सहायता समूह योजना में सभी बैंकों द्वारा आवंटित लक्ष्य प्राप्त कर लिए गए।वार्षिक ऋण योजना 2025-26 के शुभारंभ के तहत, प्राथमिकता क्षेत्र के लिए कुल लक्ष्य 3,280.26 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 37% अधिक है। बैठक में विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत ऋण प्रवाह की प्रगति पर भी चर्चा की गई तथा बैंकों को निर्देशित किया गया कि वे ऋण वितरण को गति प्रदान करें और जिले में आर्थिक विकास को और सशक्त करें।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा