दूल्हा-दुल्हन ने शादी में देहदान का लिया आठवां वचन -अनोखी पहल
साम्हों,। भरथना में एक जोड़े ने अपनी शादी के दिन अनोखी मिसाल पहल की। इस जोड़े ने देहदान का अनूठा संकल्प लिया। इस जोड़े ने अपनी शादी में देहदान-अंगदान को आठवें वचन के रूप में स्वीकार करके विवाह को यादगार बना दिया। दोनों ने मंडप में ही अंगदान-देहदान का फार्म भरा।
यह अनोखी पहल खानपुरा कुसना के रहने वाले रामपाल सिंह के पुत्र अतुल यादव की शादी निवाड़ीकला महेवा नौगवां के रहने वाले दिनेश सिंह की बेटी लवी से रविवार को हुयी। शादी में अन्य रश्मों के बाद जब फेरों के समय वचन कराए गए तो आठवां वचन इस जयमाल स्टेज पर देहदान का फार्म दुल्हा और दुल्हन ने भरा समारोह के दौरान लोगों उनकी इस पहल की सराहना की जोड़े ने अपनी अपनी देहदान का लिया। ये देखकर मौजूद लोग स्तब्ध रह गये। हालांकि दूल्हा व दुल्हन के घर वालों को इसकी जानकारी पहले से ही थी। अतुल यादव ने बताया कि वह सैफई मेडिकल कालेज में कार्यरत हैं। उनको कानपुर के रहने वाले मनोज सेंगर व माधवी सेंगर द्वारा संचालित युग दधीचि देहदान अभियान के बारे में जानकारी पहले से थी। उन्होंने तय कर रखा था कि वह अपनी शादी के दिन देहदान का फार्म भरकर औपचारिकता पूरी करते दूल्हा अतुल यादव, दुल्हन लवी। ही देहदान का संकल्प लेंगे। शादी तय हुई तो अपनी होने वाली पत्नी लवी से इस बारे में बात की तो वह भी तैयार हो गयीं। दूल्हे अतुल यादव का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ इतना है कि शरीर का अंग खराब होने की बजह से किसी की मौत न हो। यदि लोग देहदान-अंगदान करेंगे तो कइयों की जान बचाई जा सकती है। शादी समारोह के दौरान मौजूद लोगों ने इस जोड़े के इस कार्य की सराहना की। शादी में ही की औपचारिकता पूरी : दूल्हा अतुल व दुल्हन लवी ने देहदान की कागजी औपचारिकता शादी के मौके पर ही पूरी कर दी। सैफई मेडिकल कालेज में कार्यरत होने के नाते उन्होंने स्टाफ को भी बुलाया था।
सैफई से आए एनाटामी विभागाध्यक्ष क्या है युग दधीचि देहदान अभियान अतुल यादव ने बताया कि जेके कॉलोनी जाजमऊ कानपुर निवासी मनोज सेंगर एवं माधवी सेंगर ने वर्ष 2003 में तत्कालीन राज्यपाल आचार्य विष्णुकांत शास्त्री की अपील पर देहदान अभियान प्रारंभ किया था। जो आज प्रदेश व्यापी हो गया है। अभियान के तहत चार हजार से अधिक लोग देहदान संकल्प ले चुके हैं। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों को अब तक 298 मृत शरीर शोध के लिए दान किए जा चुके हैं। डा. नित्यानंद ने उन दोनों से देहदान से संबंधित फार्म भरवाकर उनके हस्ताक्षर कराए। साथ ही उन्हें प्रमाण पत्र भी दिए।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा