*पल्लेदार की डीसीएम की चपेट में आने से इलाज के दौरान24दिन बाद हुई मौत*
जसवंतनगर। बस स्टैंड चौराहे से घर लौट रहे एक पल्लेदार की डीसीएम की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल होने के 24 दिन बाद गुरुवार शाम कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
गाँव केस्त के रहने वाले 30वर्षीय अनिल कुमार
पुत्र रामलाल बस स्टैंड स्थित एक गल्ले की दुकान पर पल्लेदारी करता था। 6 मई को पल्लेदारी का काम खत्म कर पैदल अपने घर लौट रहा था, तभी केस्त गाँव के सामने एक तेज रफ्तार डीसीएम ने उसके टक्कर मार दी जिसे घायल अवस्था में सीएचसी पर भर्ती कराया गया जहाँ से गंभीर हालत होने के कारण सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर कर दिया गया था लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण परिजन उसे कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।लेकिन24 दिन तक चले इलाज के बाद गुरुवार को उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद से परिवार गहरे सदमे में है।मृतक के भाई ब्रजेश कुमार ने बताया कि अनिल कुमार के चार छोटे छोटे बच्चे हैं परिवार का भरण पोषण वही करता था भाई की मौत के बाद आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है उसके परिवार के पास कोई जमीन भी नहीं है अतः प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है।
रिपोर्ट सुबोध पाठक, जसवंतनगर