ब्रह्माणी देवी मंदिर में आषाढ़ी पूर्णिमा का मेला आज से, लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की तैयारी, खराब सड़कों से यात्रा कठिन
जसवंतनगर:बलरई क्षेत्र के नगलातौर गांव में यमुना की तलहटी पर स्थित प्राचीन ब्रह्माणी देवी मंदिर में पांच दिवसीय लक्खी मेले की शुरुआत होने जा रही है। मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
मंदिर के पुजारी अरुण मिश्रा और छोटू मिश्रा के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश और आगरा से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे। मंदिर में प्रतिदिन सुबह मंगला आरती और शाम 7 बजे आरती होती है। झंडा चढ़ाने के लिए मंदिर परिसर के पास विशेष कुंड बनाए गए हैं।
यह मंदिर साल में तीन बार बड़े मेलों का गवाह बनता है। चैत्र नवरात्रि, आषाढ़ मास की गुरु पूर्णिमा और क्वार नवरात्रि में से गुरु पूर्णिमा का मेला सबसे प्रमुख है। श्रद्धालु बैंड-बाजों के साथ झंडे लेकर आते हैं। कई भक्त लेटकर परिक्रमा भी करते हैं। मंदिर परिसर में करीब 150 दुकानें सज चुकी हैं, जहां प्रसाद, खिलौने और अन्य सामग्री बिकेगी।
हालांकि, मानसून की बारिश ने श्रद्धालुओं की यात्रा मुश्किल कर दी है। लखेरे कुआं से पीहरपुर होकर मंदिर जाने वाला मार्ग कीचड़ से भर गया है। बाइक सवार और पैदल यात्री फिसलन के कारण परेशान हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क की मरम्मत नहीं की गई है। सड़क किनारे उगी कटीली झाड़ियां भी यात्रियों के लिए बाधा बन रही हैं।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा