जसवंतनगर/इटावा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के बाल विवाह मुक्त भारत का संकल्प पूरा करने के लिए सुदिति ग्लोबल एकेडमी में छात्राओं के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बाल विवाह रोकने के प्रयासों की जानकारी दी गई।
जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह के निर्देश पर पहुंचे बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता ने बताया कि बाल विवाह सामाजिक बुराई ही नहीं कानूनी अपराध भी है। ऐसे मामले ग्रामीण ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी देखने को मिल रहे हैं जिसके लिए उनकी टीम सजग है। बाल विवाह के दौरान रेस्क्यू बालिकाओं को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। किसी भी बाल विवाह को रोकने के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर सूचना दी जा सकती है। सूचनादाता का नाम गोपनीय रखा जाता है व त्वरित कार्रवाई की जाती है। उन्होंने गुड टच बेड टच की जानकारी देते हुए छात्राओं को वीडियो क्लिप भी दिखाई कि कैसे यौन अपराधियों को जेल भिजवाया जाए।
बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रेम कुमार शाक्य ने बताया कि सरकार द्वारा अनाथ बच्चों को ₹4 हजार महीने तथा 1 मार्च 2020 से अब तक पिता की मृत्यु, पिता के जेल जाने या गंभीर बीमारी के कारण पिता के कमाऊ स्थिति में न रहने पर हर महीने ढाई हजार रुपए की आर्थिक मदद की जा रही है। चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की जिला समन्वयक कीर्ति गुप्ता, काउंसलर प्रीति यादव, एएचटीयू प्रभारी दिवाकर सरोज ने भी जानकारियां दीं। कुछ छात्राओं ने बाल विवाह के दुष्प्रभाव पर कविताओं के माध्यम से प्रस्तुतियां दीं।प्रधानाचार्य कमल कुमार ने कार्यक्रम का संचालन व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह जागरूकता कार्यक्रम छात्राओं के लिए बेहद लाभप्रद रहा। उन्होंने सभी को बाल विवाह रोके जाने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान कॉलेज की शिक्षिकाएं भी मौजूद रहीं।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा