इटावा में यमुना नदी के किनारे जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रूरा गांव के पास पिलुआ महावीर का मंदिर है।इस मंदिर में हनुमान जी की लेटी हुई एक ऐसी मूर्ति है, जिसका मुखार बिंदु आज तक कोई नहीं भर सका है। श्रद्धालु मूर्ति के मुखार बिंदु में चाहे प्रसाद चाहे दूध या फिर अन्य कोई भी वस्तु डालते हैं। वह नहीं भरता है। कहा जाता है यह किसी को आज तक पता नहीं लग सका है।
हनुमान जी की लेटी हुई मूर्ति यहां पर है, ऐसी दूसरी मूर्ति देश और दुनिया के किसी भी दूसरे हिस्से में नहीं है. हनुमान जी की इस प्रतिमा के मुख में हर वक्त पानी भरा रहता है. कितना भी प्रसाद मुंह में डालो पूरा प्रसाद मुंह में समा जाता है. आज तक किसी को पता नहीं चला कि यह प्रसाद जाता कहां हैं. महाबली हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई है और लोगों की माने तो ये मूर्ति सांस भी लेती है और भक्तों के प्रसाद भी ग्रहण करती है।
भक्तों का यह भी दावा है कि हनुमान जी इस मंदिर में जीवित अवस्था में हैं, तभी एकांत में सुनने पर प्रतिमा से सांसें चलने की आवाज सुनाई देती है. बताया जाता है कि हनुमान जी के मुख से राम नाम की ध्वनि भी सुनाई देती है. बजरंगबली के ऐसे चमत्कारों के बारे में सुनकर एवं देखकर लोगों का विश्वास उनमें और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा