अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर हुआ रेंज कार्यालय में आयोजन
जसवंत नगर। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर रेंज कार्यालय परिसर में श्रमिकों को अग्रिम मृदा कार्य व वृक्षारोपण से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही वन क्षेत्रों की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी भी प्रदान की गई। वनों को आग से सुरक्षित रखने के उपायों पर विशेष चर्चा की गई।
इस अवसर पर वन क्षेत्राधिकारी अमित कुमार सिसोदिया ने श्रमिकों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रमिक वह व्यक्ति होता है जो अपनी शारीरिक या मानसिक शक्ति का उपयोग करके किसी कार्य को करता है।और उसके लिए वेतन व मजदूरी प्राप्त करते हैं। श्रमिक किसी भी क्षेत्र में काम कर सकता है, जैसे कृषि,निर्माण, कारखाना या सेवा क्षेत्र।
एक दौर था जब श्रमिकों के कार्य की अवधि तय नहीं थी, वह 16-16 घंटे कार्य किया करते थे और उनके परिश्रम के बदले मेहनताना भी कम हुआ करता था। श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए और उन्हें सम्मान देने के लिए हर साल मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत हुई।उन्होंने श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा और उनके सम्मान के लिए मजदूर दिवस के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में मौजूद समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डॉ0 वीरेंद्र सिंह ने श्रमिकों को समर्पित सुंदर पंक्तियाँ प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। उन्होंने कहा
पसीना जिनका बरसे तो नसीबों के फूल खिल जाएं।
आज के दिन है उनको सलाम हमारा,
जिनके दम से ये संसार मुस्कराए।
बिना मजदूर के अधूरी है हर कहानी,
उनके हाथों की लकीरों में छुपी है ज़िंदगी की रवानी।
मेहनत के इन सितारों को मेरा सलाम,
“बिना मजदूर के अधूरी है हर कहानी, उनके हाथों की लकीरों में छुपी है ज़िंदगी की रवानी।”
इस अवसर पर उप क्षेत्रीय वन अधिकारी अजीतपाल सिंह सिकरवार, वन दरोगा श्री निवास पाण्डेय, वन रक्षक ज्ञानेश कुमार, योगेन्द्र कुमार, सचिन कुमार, सुयश तिवारी सहित स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ भी उपस्थित रहा।
फोटो:-वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय पर श्रमिक दिवस पर सम्मानित करते रेंजर अमित कुमार, स्वास्थ्य परीक्षण करते डॉ0वीरेन्द्र सिंह।
रिपोर्ट सुबोध पाठक इटावा