मलाजनी गांव में अवैध ताड़ी कारोबार पर बड़ी कार्रवाई, 40 पेड़ों के तने काटे, दर्जनों मटके किए गए नष्ट
जसवंतनगर । पुलिस व आबकारी विभाग ने अवैध ताड़ी कारोबार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए मलाजनी गांव में संयुक्त अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान ताड़ के 40 पेड़ों के तनों को काटकर ताड़ी निकालने की प्रक्रिया को पूरी तरह बंद कर दिया गया। इसके साथ ही दर्जनों मटकों को नष्ट कर 200 लीटर से अधिक ताड़ी को मौके पर ही फेंक दिया गया।
यह अभियान आबकारी आयुक्त के निर्देश पर चलाया गया। पुलिस और आबकारी टीम के गांव में प्रवेश करते ही अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया और कई लोग मौके से भाग खड़े हुए। सीओ आयुषी सिंह ने बताया कि ताड़ी एक नशीला पदार्थ है, जिसमें मिलावट की संभावना अधिक रहती है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक हो सकता है। उन्होंने कहा कि ताड़ी जैसे अवैध और खतरनाक धंधों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सी ओ आयुषी सिंह ने आगे जानकारी दी कि मई से जुलाई के बीच ताड़ी का अवैध कारोबार अपने चरम पर रहता है। इससे न केवल ग्रामीणों को असुविधा होती है बल्कि राहगीरों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है। क्षेत्रीय रिपोर्ट के अनुसार मलाजनी गांव और आसपास के क्षेत्रों में करीब 150 ताड़ के पेड़ हैं, जिनमें से लगभग आधा सैकड़ा पेड़ ताड़ी निकालने के लिए सक्रिय रूप से इस्तेमाल हो रहे थे। इन पेड़ों में से 40 पेड़ों के तनों को काट कर उन्हें ताड़ी उत्पादन के लायक नहीं रहने दिया गया।
इस कार्रवाई में आबकारी निरीक्षक विकास द्विवेदी, थाना उपनिरीक्षक ललित कुमार चतुर्वेदी और दर्जनभर से अधिक पुलिसकर्मी शामिल रहे। टीम ने पेड़ों पर लगे दर्जनों मटके उतरवाकर मौके पर ही नष्ट कर दिए। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के संयुक्त अभियान आगे भी जारी रहेंगे ताकि क्षेत्र को नशा मुक्त बनाया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा