नदियों के सूखने पर प्राणियों का अस्तित्व हो जाएगा समाप्त- प्रदीप
गंगा समग्र कानपुर प्रांत की बैठक में नदियों के संरक्षण पर हुई चर्चा
दीप जलाकर बैठक का शुभारंभ करते सह प्रान्त कार्यवाह प्रदीप भदौरिया
इटावा। नदियों के संरक्षण के लिए संकल्पित गंगा समग्र यमुना भाग कानपुर प्रान्त की बैठक रविवार को नारायण कॉलेज ऑफ़ साइंस एंड आर्ट्स के सभागार में आयोजित की गई । बैठक में इटावा, औरैया, जालौन और कानपुर देहात के जिला संयोजक, सह संयोजक, आयाम प्रमुख और कार्यकर्ताओं नें प्रतिभाग किया। बैठक का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कानपुर प्रान्त के सह प्रान्त कार्यवाह प्रदीप भदौरिया ने मां गंगा के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदीप भदौरिया नें कार्यकर्ताओं से कहाँ कि माँ गंगा और उनकी सहायक नदियों का संरक्षण भारत की संस्कृति का हिस्सा है हम उन्हें माँ मानते हैं उनके संरक्षण के लिए हम केवल सरकारी सिस्टम से उम्मीद नहीं रख सकते हैं ये कार्य तब तक नहीं होगा जब तक कि जनजागरण कर सभी लोग मन से इन्हें साफ रखने का संकल्प नहीं ले लेते। जनजागरण में गंगा समग्र की जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। जब तक ये नदियाँ है तब तक हम सब हैं जिस दिन नदियाँ सूख जाएगी उसी दिन सभी प्राणियों का अस्तित्व भी समाप्त हो जायेगा।
कानपुर प्रान्त के संयोजक राजेश कुमार नें नदियों के वैदिक महत्व, उनसे जुड़ी पौराणिक जानकारी के बारे में बताते हुए वर्तमान पर्यावरणीय समस्याओं में नदियों की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया साथ ही गंगा समग्र के सभी आयामों के कार्यों की जानकारी ली और आगामी आने बाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी । गंगा समग्र का विस्तार करने, गंगा ग्राम की स्थापना और तालाबों के संरक्षण के लिए निर्देश दिए और गंगाबाई यमुना के साथ सहायक नदियों को स्वच्छ रखने की शपथ भी दिलायी। संचालन यमुना भाग संयोजक अवनीन्द्र सिंह नें किया ।बैठक में अनिल गुरु, कानपुर प्रान्त के संगठन मंत्री सूर्य प्रकाश, कानपुर प्रान्त से आयाम प्रमुख सुबोध, जिला संयोजक इटावा अभिनेन्द्र चौहान, औरैया जिला संयोजक मनोज, जालौन संयोजक वीरेन्द्र द्विवेदी, कानपुर देहात से ब्रजमोहन , डॉ राजीव चौहान,प्रांजल दुबे,आदित्य शर्मा, स्मृति सिंह, अर्चना दुबे, कार्तिकेय दुवे, बरुण तिवारी, ध्रुव वर्मा, हरीओम, रामू जादौन मौजूद रहे।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा