इटावा शहर के प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर में सावन के द्वितीय सोमवार पर जिस प्रकार से लाखों रुपये की करेंसी और चांदी के जेवरों से भगवान भोलेनाथ का श्रृंगार किया गया, वह वास्तव में ऐतिहासिक और अद्भुत है।
यह पहली बार है जब इटावा के इतिहास में इस प्रकार का भव्य श्रृंगार देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने इसे एक अलौकिक अनुभव बताया और हजारों की संख्या में भक्तों ने बाबा नीलकंठ के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
इस विशेष अवसर पर मंदिर प्रांगण में भक्तों की भीड़, हर-हर महादेव के जयकारे और शिवभक्ति का उत्साह देखते ही बनता था। सावन का यह सोमवार इटावावासियों के लिए न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी एक अविस्मरणीय दिन बन गया।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा