चकरनगर में तीन नदियों का कहर: इटावा के कई गांव बाढ़ की चपेट में
इटावा/चकरनगर (संवाददाता):
इटावा जिले की चकरनगर तहसील में चंबल, यमुना और क्वारी नदियों के बढ़ते जलस्तर ने भारी तबाही मचा दी है। लगातार बारिश और नदियों के उफान से कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें से कई पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं।
गांवों के संपर्क मार्ग कटे, लोग फंसे
पांच गांवों के रास्ते पानी में डूब गए, जिससे संपर्क पूरी तरह टूट गया है। निवि, चकरपुरा, और बिरौनाबाग जैसे गांवों के लोग अब अपने ही गांवों में कैद होकर रह गए हैं।सहसों गांव के निकट प्रसिद्ध बाबा सिद्धनाथ मंदिर चारों ओर से पानी में घिर चुका है, जबकि भारेश्वर मंदिर की चार सीढ़ियाँ जल में समा गई हैं।

जलस्तर खतरे से ऊपर
चंबल नदी: 122.95 मीटर (खतरे के निशान 120.80 मीटर से ऊपर)
क्वारी नदी: 129.09 मीटर (तीन मीटर अधिक)
यमुना नदी: 119.30 मीटर
किसानों की फसलें तबाह, मवेशियों को चारा नहीं
बाढ़ के पानी ने अरहर, बाजरा जैसी फसलों को पूरी तरह डुबो दिया है। पशुपालकों को चारा न मिल पाने से बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रभावित गांवों में गढ़ाकास्दा, कोटरा, गुरभेली, शेरगढ़, सिंडौस, कचहरी प्रमुख हैं।
प्रशासन अलर्ट पर, राहत कार्य शुरू
प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है और लोगों से अपील की गई है कि नदियों के किनारे न जाएं और सतर्क रहें।फिलहाल, निवि और चकरपुरा गांवों के लोग वैकल्पिक मार्गों से तहसील मुख्यालय तक पहुंच पा रहे हैं। लेकिन पांडरी मार्च मार्ग पर तीन फीट पानी भरने से यह रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा
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