जसवंतनगर/इटावा। प्राथमिक विद्यालय भगवानपुरा के छात्र आयुष ने नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा कक्षा 6 में सफलता प्राप्त की है। इसके लिए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शुभा चौहान का विशेष योगदान है। हर संघर्ष की अपनी एक गाथा है और हर सफलता बलिदान मांगती है। आयुष की विशेष प्रतिभा को पहचानते हुए 2 वर्ष पूर्व विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शुभा चौहान ने इस छात्र की विशेष तैयारी के लिए एक निर्णय लिया जिससे इस छात्र के जीवन की दिशा एवं दशा दोनों बदल गई ।बच्चे के परिवार वालों को विश्वास में लेकर आयुष को अपने इटावा स्थित घर पर रखा। प्रत्येक बच्चा अपने आप में एक विशिष्ट पहचान लिए हुए हैं बच्चे का परिवेश बदलने के उद्देश्य से माता-पिता का यह निर्णय सार्थक सिद्ध हुआ। और माता-पिता का समर्पण अपने आप में एक मिसाल है ।जिन्होंने बच्चे की पढ़ाई के उद्देश्य से विशेष प्रयास किया। परिषदीय विद्यालय के बच्चों के परिवार की आर्थिक स्थिति से हम सभी परिचित होते हैं। उनके एक निर्णय ने बच्चे के जीवन में प्रकाश भर दिया है। आयुष के पिता राजीव अन्य राज्यों में जाकर इत्र बेचने का कार्य करते हैं तथा दसवीं तक पढ़े हैं ।माता रिंकी अनपढ़ हैं। एक शिक्षक के रूप में हमारा यह दायित्व है कि हम हर बच्चे के भविष्य का निर्माण करें हर बच्चे की प्रतिभा निखारने का कार्य करें जिससे कि एक आदर्श समाज और उन्नत राष्ट्र का निर्माण हो सके ।एक अनूठी सफल पहल के लिए आयुष, शुभा चौहान व समस्त स्टाफ को खण्ड शिक्षा अधिकारी गिरीश कुमार ब्लाक व्यायाम शिक्षक राजेश जादौन, एआरपी जितेंद्र यादव, आलोक चौहान आदि ने हार्दिक बधाई दी है।
रिपोर्ट – चंचल दुबे इटावा