यूपीयूएमएस में कुलपति ने “सुपर स्पेशलिटी बाल आर्थोपेडिक क्लिनिक” का किया शुभारंभ
हर सोमवार को कुलपति स्वयं करेंगे बच्चों के हड्डी रोगों से संबंधित परीक्षण एवं इलाज,एक ही छत के नीचे मिलेगा बच्चों को बेहतर इलाज
“इस पहल से जल्द ही यूपीयूएमएस बनेगा पूरे क्षेत्र का रेफरल सेंटर” – कुलपति
सैफई (इटावा), 18 अगस्त 2025।उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) के माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने सुपर स्पेशलिटी “बाल आर्थोपेडिक क्लिनिक” का शुभारंभ किया। यह क्लिनिक प्रत्येक सोमवार को प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक ओल्ड बिल्डिंग कक्ष संख्या-02 में संचालित होगा। इसका उद्देश्य बच्चों में हड्डियों, जोड़ों, क्लब फुट (जन्मजात टेढ़े पैर), मांसपेशियों और रीढ़ से संबंधित बीमारियों का समय पर निदान, उपचार और रोकथाम सुनिश्चित करना है।
कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार के प्रयास से यह नई पहल संभव हो सकी है। इस सुपर स्पेशलिटी क्लिनिक में बाल रोग विभाग, पीडियाट्रिक सर्जरी, पी.एम.आर. (फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन) और फिजियोथेरेपी यूनिट की टीम एक साथ मिलकर बच्चों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने कहा कि बड़ों की तुलना में बच्चों की हड्डियों का इलाज अलग प्रकार का होता है। मैं स्वयं एक पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ के रूप में केजीएमयू में विभागाध्यक्ष रह चुका हूं। इसलिए मैं हर सोमवार मरीजों को देखूंगा। इस पहल से जल्द ही बच्चों को अत्याधुनिक और समग्र इलाज मिलेगा और यूपीयूएमएस इस पूरे क्षेत्र का प्रमुख रेफरल सेंटर बनेगा। अब मरीजों को बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।”
कुलपति ने यह भी कहा कि वे मरीज देखने के साथ-साथ यहां कार्यरत सीनियर व जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे भविष्य में वे भी बेहतर बाल आर्थोपेडिक सेवाएं प्रदान कर सकें।
प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार ने बताया कि यह क्लिनिक प्रदेश और आसपास के जिलों के उन बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी होगा, जिन्हें जन्मजात विकार, बढ़ती उम्र से जुड़ी हड्डी की समस्याएँ, खेलकूद के दौरान लगी चोटें या संक्रमण जैसी दिक्कतें रहती हैं।
क्लिनिक के मुख्य उद्देश्य:बच्चों में हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं की पहचान उचित इलाज, सर्जरी और थेरेपी की उपलब्धता बढ़ते बच्चों की हड्डियों के सही विकास की निगरानी
दीर्घकालिक हड्डी संबंधी बीमारियों की रोकथाम
जिन रोगों का इलाज होगा:इस क्लिनिक में क्लब फुट, हिप डिस्लोकेशन, टेढ़े पैर, स्कोलियोसिस, चाल में गड़बड़ी, खेलकूद/दुर्घटना से लगी चोटें, ग्रोथ प्लेट इंजरी, हड्डियों व जोड़ों के संक्रमण तथा असामान्य वृद्धि जैसी समस्याओं का समुचित उपचार उपलब्ध होगा।क्लीनिक में उपलब्ध सुविधाएँ एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी आधुनिक जाँच सुविधाएँ
फिजियोथेरेपी व पुनर्वास सेवाएं बच्चों के अनुकूल सर्जरी (कम दर्द और शीघ्र रिकवरी पर ध्यान)लंबाई, चाल और रीढ़ की नियमित जाँच परामर्श व अभिभावकों को मार्गदर्शन की सुविधा
कार्यक्रम का संचालन सीनियर रेजिडेंट डॉ. मोहम्मद जॉय अहमद ने किया।इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार, बाल आर्थोपेडिक क्लिनिक के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप सहित डॉ. हरीश, डॉ. जसवीर, डॉ. अजय, डॉ. धीरेंद्र कुमार, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. रमेश, डॉ. रफेयर रहमान, डॉ. विश्व दीपक और डॉ. विनय गुप्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट चंचल दुबे इटावा